Mayor Oath Ceremony: उपमुख्यमंत्री, सांसद व विधायक के साथ पार्टी के नेताओं ने भी साझा किया मंच
नवनिर्वाचित महापौर और पार्षदों का सरकारी शपथ ग्रहण समारोह सत्ताधारी दल का राजनीतिक मंच बनकर रह गया। समारोह में सत्ताधारी दल के उपमुख्यमंत्री, सांसद व विधायक ही नहीं, अपितु पार्टी संगठन के पदाधिकारी भी शामिल हुए और मंच साझा किया। नियमानुसार पार्टी पदाधिकारियों के लिए या तो अलग मंच बनाया जाना था अथवा उन्हें दर्शक दीर्घा में बैठाया जाना था, लेकिन ऐसा न कर न सिर्फ उन्हें मुख्य मंच पर बैठाया गया अपितु स्वागत सत्कार और समान भी किया गया। निगम कार्यालय में शनिवार को नवनिर्वाचित महापौर अल्का बाघमार व पार्षदों का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया। संवैधानिक व्यवस्था के तहत शासन की ओर से आयोजित किए गए समारोह में कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने महापौर व पार्षदों को पद की शपथ दिलाई। प्रशासन की ओर से शपथ ग्रहण समारोह में अतिथि के रूप में सत्ताधारी दल भाजपा के मौजूदा व पूर्व जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया था। इसके अनुरूप उपमुयमंत्री विजय शर्मा, दुर्ग सांसद विजय बघेल, दुर्ग शहर विधायक गजेंद्र यादव, दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर, पूर्व सांसद सरोज पांडेय, विधायक डोमनलाल कोर्सेवाड़ा, विधायक रिकेश सेन, पूर्व महापौर धीरज बाकलीवाल शामिल हुए। भाजपा के जिला प्रभारी राजीव अग्रवाल, जिला भाजपा अध्यक्ष सुरेंद्र कौशिक के साथ भाजपा के कई मौजूदा व पूर्व पदाधिकारियों ने भी शपथ ग्रहण का मंच सांझा किया।
संकीर्ण स्थल ने बिगाड़ी व्यवस्था
नगर निगम परिसर में महापौर का शपथ ग्रहण समारोह किया गया। इसके लिए यहां पंडाल लगाया गया था, लेकिन स्थल बेहद संकीर्ण होने के कारण पूरा कार्यक्रम अव्यवस्था के भेंट चढ़ गया। समारोह में शामिल होने आए लोगों को बैठने के लिए जगह और कुर्सियां तक नहीं मिली। पत्रकार दीर्घा में भाजपा नेताओं का कब्जा रहा। करीब घंटेभर विलंब से पहुंचे उपमुयमंत्री विजय शर्मा कार्यक्रम के लिए सीधे मंच पर पहुंच गए। इस दौरान महापौर अल्का बाघमार और दूसरे अतिथि कक्ष में बैठे इंतजार कर रहे थे। उप मुयमंत्री के मंच पर पहुंचते ही उद्घोषक ने राष्ट्रगीत और राजगीत शुरू करा दिया। महापौर व अन्य अतिथि राष्ट्रगीत और राजगीत के बाद शपथ लेने मंच पर पहुंचे। शपथ लेकर की कार्यालय में पूजा अर्चना
महापौर शपथ ग्रहण समारोह के बाद अतिथियों के साथ महापौर कक्ष में गई। यहां अतिथियों ने महापौर को उनकी कुर्सी पर बैठाया। इसके बाद अतिथि लौट गए व महापौर ने कक्ष में रूककर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। इस दौरान उनसे मिलने और उनके साथ फोटो खिंचवाने वालों की कतार रही।
दस के समूह में लिया पार्षदों ने शपथ
महापौर अल्का बाघमार ने सबसे पहले अकेले शपथ ग्रहण किया। इसके बाद पार्षदों को दस-दस के समूह में छह बार शपथ दिलाई गई। इसके लिए मंच के सामने व्यवस्था की गई थी। समूह में शपथ ग्रहण के कारण कौन पार्षद शपथ के दौरान क्या बोल रहा है, यह दर्शक दीर्घा को समझ में नहीं आया।
घंटेभर विलंब से पहुंचे उपमुयमंत्री
जिला प्रशासन की ओर से शपथ ग्रहण के लिए सुबह साढ़े 10 बजे का समय निर्धारित किया गया था, लेकिन उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा सहित लगभग सभी नेता करीब घंटेभर विलंब से साढ़े 11 बजे पहुंचे। इससे पहले ही महापौर अल्का बाघमार व पार्षद पहुंच चुके थे। जिन्हें शपथ के लिए इंतजार करना पड़ा। शपथ ग्रहण समारोह करीब 45 मिनट चला।