राज्य सरकार की ओर से बजट घोषणा 2025-26 में इस परियोजना को मंजूरी दी गई थी और अब भरतपुर विकास प्राधिकरण (बीडीए) ने इस परियोजना के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली है। वर्क ऑर्डर जारी होने की प्रक्रिया में है, जिससे शहर के सौंदर्यीकरण को एक नई दिशा मिलेगी। बीडीए आयुक्त प्रतीक जुईकर ने बताया कि इस मॉडल रोड का निर्माण तीन हिस्सों में किया जाएगा। इसमें सरसों अनुसंधान निदेशालय से चामड़ माता मंदिर तक सिक्सलेन रोड तथा हीरादास चौराहे से काली की बगीची और काली की बगीची से सीशम तिराहे तक बनेगा। इस रोड की चौड़ाई को बढ़ाया जाएगा और इसमें सर्विस रोड, फुटपाथ, ग्रीन बेल्ट और लाइटिंग की व्यवस्था की जाएगी। इन सुविधाओं के लिए तारों को भूमिगत किया जाएगा और पानी की पाइप लाइन, बिजली, टेलीफोन और गैस की लाइनों के लिए अलग स्थान तय किया जाएगा। इसके साथ ही बसों और ऑटो रिक्शा के लिए स्टैंड भी बनाए जाएंगे। इस निर्माण में करीब 15 महीने का समय लगने का अनुमान है।
आदर्श सड़क का निर्माण
शीशम तिराहे से हीरादास चौराहे तक सड़क का निर्माण पूरी तरह से एक सीधी लाइन में किया जाएगा, जो जयपुर के जेएलएन मार्ग की तरह आदर्श सड़क के रूप में स्थापित होगी। यह सडक़ न केवल यातायात को सुगम बनाएगी, बल्कि शहर के विकास की दिशा में भी एक बड़ा कदम साबित होगी।
अतिक्रमण हटेंगे!
बीडीए के अधिकारियों के अनुसार सरसों अनुसंधान निदेशालय से चामड़ माता मंदिर तक कुछ स्थानों पर अस्थाई अतिक्रमण है, जिसे हटाया जाएगा। इसके अलावा हीरादास चौराहे से शीशम तिराहे तक विभिन्न स्थानों पर अस्थाई अतिक्रमण और सड़क पर रखी गई सामग्री को हटाया जाएगा। इस कार्य से रोड की चौड़ाई बढ़ाने में मदद मिलेगी, जिससे यातायात की सुविधा में सुधार होगा।