मुख्य अतिथि उप निदेशक सूचना नीतू कनौजिया और पूर्व आईएमए अध्यक्ष डॉ. विनोद पागरानी की गरिमामयी उपस्थिति में कार्यक्रम की शुरुआत संस्था की संरक्षिका रमा देवी द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई।
डॉ. प्रीती माहौर को “सौम्या सम्मान 2025” से नवाजा गया
मुरादाबाद की समाजसेवी, लेखिका और असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. प्रीती माहौर को उनके साहित्यिक और सामाजिक योगदान के लिए “सौम्या सम्मान 2025” प्रदान किया गया। मंचासीन अतिथियों द्वारा उन्हें सम्मान पत्र, स्मृति चिन्ह और 2100 रुपए की नकद राशि भेंट की गई। सम्मान प्राप्ति के पश्चात डॉ. प्रीती माहौर ने महिला अपराध, दहेज प्रथा और समाज में फैली कुरीतियों पर केंद्रित कविताओं के माध्यम से उपस्थित श्रोताओं को भावुक कर दिया। उनकी प्रस्तुति को विशेष सराहना मिली।
कवयित्रियों की प्रस्तुतियों ने छू लिया दिल
सम्मेलन में विभिन्न जिलों से आई कवयित्रियों ने विविध भावों की कविताएं प्रस्तुत कीं: वंदना मिश्रा “शरद” (बरेली)
“स्वतंत्रता के हवनकुंड से एक चिंगारी लाई हूँ,
शत शत नमन करो वीरों को, याद दिलाने आई हूँ…”
उनकी देशभक्ति रचना ने सभागार में जोश भर दिया। रश्मि रेशु (पीलीभीत)
“तुम जो चाहो तो बुरा वक़्त भी टल सकता है,
अपनी तकदीर को तू खुद ही बदल सकता है…”
प्रेरणादायक कविता ने सकारात्मक ऊर्जा दी। सीमा मौर्या “शैली” (बहेड़ी)
“बेटियाँ चांद के पार जाने लगीं…”
इस रचना में बेटियों की प्रगति और संघर्ष को प्रभावशाली तरीके से दर्शाया।
नेहा मिश्रा (बहेड़ी)
“साथ चलने की कभी कसमे नहीं खाना तुम…”
श्रृंगार रस की इस प्रस्तुति ने प्रेम को एक नई परिभाषा दी। गीता राठौर (पूरनपुर)
“करूं श्री राम का वंदन, नमन प्रभु को हमारा है…”
उन्होंने प्रभु श्रीराम के आदर्शों को रेखांकित करते हुए प्रस्तुति दी।
आयोजन समिति और विशेष अतिथि
कार्यक्रम का संयोजन ट्रस्ट अध्यक्ष अंकुश शर्मा और सबरंग स्टूडियो के निदेशक करुणा निधि गुप्ता ने किया। संचालन की जिम्मेदारी कवि रोहित राकेश ने निभाई। विशिष्ट अतिथि डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा (पूर्व प्रचारक) ने सभी कवयित्रियों को साधुवाद देते हुए इस प्रकार के आयोजन को साहित्यिक ऊर्जा का स्रोत बताया।
पत्रकारों को किया गया सम्मानित
सम्मेलन के अंत में पत्रकारिता जगत से जुड़े कई वरिष्ठ पत्रकारों को सम्मानित किया गया, जिनमें संत प्रसाद शर्मा, त्रिभुवन सागर, तकी रजा, सनी बाबू, हरिओम बाजपेयी, सरताज हुसैन, अरविन्द कुमार, राजकुमार मौर्य, राहुल श्रीवास्तव, परमानन्द राजपूत, प्रदीप कुमार सक्सेना, सचिन भारतीय, निर्भय सक्सेना, कमल सक्सेना और उमेश त्रिगुणायत शामिल रहे।
अंतिम पड़ाव पर आयोजन की सराहना
कार्यक्रम के अंत में संस्था अध्यक्ष अंकुश शर्मा ने ट्रस्ट की गतिविधियों और उद्देश्यों पर प्रकाश डाला, वहीं करुणा निधि गुप्ता ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त करते हुए भविष्य में भी इस तरह के साहित्यिक आयोजनों को जारी रखने का संकल्प लिया। इस आयोजन की सफलता में आरती गुप्ता, महिमा गुप्ता, रेशु गुप्ता, दर्शिका गुप्ता, विशाल गुप्ता, सोमेश शर्मा, दिव्या शर्मा, श्रेया शर्मा, सौम्या शर्मा, अजय शर्मा, रमेश चंद्र मिश्रा, गरिमा मिश्रा, शिवम् मिश्रा, महेश पाल और संतोष आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।