दो घंटे चला हाईवोल्टेज ड्रामा, पुलिस ने मनाकर नीचे उतारा
मोहल्ला भुर्जी टोला निवासी रोहित यादव दोपहर करीब 12 बजे पास में लगे बीएसएनएल मोबाइल टावर पर चढ़ गया और जोर-जोर से महंत व उनके भाइयों पर आरोप लगाने लगा। उसका कहना था कि मंदिर कमेटी ने उसे परेशान करने के लिए पुलिस के जरिए झूठी रिपोर्ट दर्ज करा दी है। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग, पुलिस और रोहित के परिजन मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने उसे नीचे उतारने के लिए काफी मशक्कत की। करीब दो घंटे बाद पुलिस ने निष्पक्ष जांच और कार्रवाई का आश्वासन दिया, तब जाकर रोहित नीचे आया।
रोहित के पिता का आरोप – मंदिर कमेटी ने लिया था दो लाख, फिर भी दुकान नहीं दी
रोहित के पिता पप्पू यादव ने बताया कि चार साल पहले उनका बेटा मनौना के मंदिर परिसर में एक दुकान चलाता था। कुछ महीने पहले मंदिर कमेटी ने दुकान पक्की कराने के नाम पर दो लाख रुपये मांगे, लेकिन पैसे देने के बावजूद दुकान नहीं दी गई। जब रोहित ने विरोध किया, तो महंत के समर्थकों ने उसे पीटा और बाद में उसके खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट भी दर्ज करा दी।
रोहित का सनसनीखेज दावा – लोहे की जंजीरों में जकड़कर कराई जाती थी पदयात्रा
टावर पर चढ़े रोहित ने चौंकाने वाले आरोप लगाए। उसका कहना था कि मंदिर कमेटी उसे श्रद्धालुओं को प्रभावित करने के लिए पैसे देकर ढोंग करवाती थी। उसे लोहे की भारी जंजीरें पहनाई जाती थीं, जिनमें ताले डालकर उसे जकड़ दिया जाता था। हाथ-पैर बांधकर उसे दंडवत पदयात्रा कराई जाती थी और इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया जाता था।
जब उसने महंत के इन कारनामों का पर्दाफाश किया, तो उसके खिलाफ रंगदारी मांगने का झूठा केस दर्ज करा दिया गया। पुलिस ने महंत के इशारे पर उसके घर जाकर परिवार के साथ अभद्रता भी की।
मंदिर कमेटी ने आरोपों को बताया झूठा, पुलिस ने जांच शुरू की
मामले पर सीओ आंवला नितिन कुमार ने बताया कि रोहित पहले भी टावर पर चढ़कर हंगामा कर चुका है। पुलिस उसके पुराने रिकॉर्ड की जांच कर रही है। महंत के बड़े भाई आर्येंद्र सिंह चौहान ने कहा कि मंदिर कमेटी पर लगाए गए आरोप पूरी तरह झूठे हैं। उन्होंने दावा किया कि रोहित पहले भी मंदिर और महंत के खिलाफ सोशल मीडिया पर गलत टिप्पणियां कर चुका है और इसीलिए उस पर कानूनी कार्रवाई की गई थी।
पहले भी टावर पर चढ़ चुका है रोहित, पिता पर भी दर्ज हो चुका है केस
मंदिर कमेटी ने कुछ दिन पहले रोहित और उसके पिता के खिलाफ सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणी करने और 10 लाख रुपये रंगदारी मांगने के आरोप में केस दर्ज कराया था। पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि रोहित पहले भी इसी जगह टावर पर चढ़ चुका है। उस समय भी उसने अपने परिवार पर दबाव बनाने की कोशिश की थी। अब पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर आगे की कार्रवाई करने की बात कह रही है।