प्रदेश अध्यक्ष ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, भाजपा सरकार की गरीब विरोधी नीतियों के खिलाफ लड़ेगी। विजयेंद्र ने कहा कि बेंगलूरु में, मूल्य वृद्धि के खिलाफ दिन-रात विरोध प्रदर्शन 2 अप्रैल को सुबह 11 बजे फ्रीडम पार्क में शुरू होगा।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि सभी भाजपा विधायक, एमएलसी, पूर्व विधायक, पूर्व परिषद सदस्य, राज्य विधानसभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार, पदाधिकारी, जिला अध्यक्ष और पार्टी कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन में भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि उसी दिन विधानसभा से 18 भाजपा विधायकों के निलंबन के खिलाफ पूर्व मुख्यमंत्री केंगल हनुमंतैया की प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन भी किया जाएगा। 18 विधायकों को 21 मार्च को उनके अनियंत्रित व्यवहार के लिए निलंबित कर दिया गया था। विजयेंद्र ने कहा कि 5 अप्रैल को भाजपा कार्यकर्ता राज्य भर के सभी जिला केंद्रों, तालुकों और मंडलों में सड़कों पर उतरेंगे।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी ने 7 अप्रैल से मैसूरु से शुरू होने वाली ‘जन आक्रोश यात्रा’ (सार्वजनिक आक्रोश मार्च) की भी योजना बनाई है, जिसे केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी हरी झंडी दिखाएंगे।
उन्होंने कहा कि तय कार्यक्रम के अनुसार, 7 अप्रैल को मार्च मैसूरु और चामराजनगर जिलों को कवर करेगा। 8 अप्रैल को यह मंड्या और हासन पहुंचेगा और 9 अप्रैल को यह कोड़गु और मेंगलूरु जाएगा।
पहला चरण 10 अप्रैल को उडुपी और चिकमगलूर में संपन्न होगा। 13 अप्रैल से शुरू होने वाला दूसरा चरण शिवमोग्गा और उत्तर कन्नड़ जिलों को कवर करेगा। विजयेंद्र ने कहा, यह आंदोलन राज्य के हर जिले को कवर करेगा। प्रत्येक जिले में दो से तीन किलोमीटर की पदयात्रा होगी, जिसके बाद भाजपा नेताओं द्वारा एक सार्वजनिक सभा को संबोधित किया जाएगा।
भाजपा के राज्य प्रमुख ने राज्य के बजट की भी आलोचना की और दावा किया कि यह अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से मुसलमानों का पक्षधर है और हिंदुओं का अपमान करता है। उन्होंने आरोप लगाया, कांग्रेस सरकार की मुसलमानों के लिए चार प्रतिशत सरकारी अनुबंध आरक्षित करने की नीति असंवैधानिक है।