बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के शंकरगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बचवार निवासी प्रेमनाथ गिरी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसका बेटा मनीष कुमार गिरी दुबई (Fraud from foreign) में रहकर एक कंपनी में काम करता था। लेकिन कंपनी के बंद होने पर घर वापस आ गया था।
इसी दौरान यूपी के देवरिया जिला अंतर्गत ग्राम हरपुर निवासी रामाशीष मधेशिया ने बेटे मनीष को दुबई से फोन कर बताया कि एक अच्छे काम का ऑफर (Fraud from foreign) है, तुम आना चाहते हो तो बोलो, मैं कम्पनी वाले से बात करता हूं। लेकिन इस नौकरी के लिए १ लाख 20 हजार रुपए देने पड़ेंगे तथा एडवांस बतौर अभी 50 हजार देने पड़ेंगे।
शेष राशि काम लगने के बाद देनी पड़ेगी। इसके बाद रामाशीष ने मनीष कुमार को प्रशांत शशिधरन नायर का मोबाइल नंबर दिया और बात करने कहा। तब मनीष ने प्रशांत शशिधरन नायर से बात की तो उसने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का खाता नंबर देकर उसमें पैसा डालने को कहा।
Fraud from foreign: न वीजा मिला और न टिकट
मनीष कुमार ने 30 नवंबर 2021 को 50 हजार तथा 16 मार्च 2022 को 34 हजार रुपए उक्त खाता नंबर में फोन पे के माध्यम से ट्रांसफर कर दिए। लेकिन 84 हजार रुपए लेने के बाद दुबई (Fraud from foreign) जाने हेतु वीजा व टिकट रामाशीष, प्रशांत व निशांत द्वारा बनवाकर नहीं दिया गया।
फिर जब मनीष ने इन तीनों से अपने रुपए वापस मांगे तो उन्होंने देने से इनकार कर दिया। ठगी का अहसास होने पर मनीष के पिता की रिपोर्ट पर शंकरगढ़ पुलिस ने अपराध (Fraud from foreign) दर्ज कर आरोपी रामाशीष मधेशिया को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी थी।
जारी हुआ था लुकआउट सर्कुलर
प्रकरण (Fraud from foreign) में फरार आरोपी प्रशांत शशिधरन नायर पिता शशिधरन नायर उम्र 42 वर्ष निवासी केरल के विरूद्ध लुक आउट सर्कुलर जारी किया गया था। इसी बीच आरोपी प्रशांत शशिधरन नायर के 11 अप्रैल को मस्कट (ओमान) से भारत आने पर कोच्चि एयरपोर्ट पर एयरपोर्ट एथोरिटी द्वारा पकड़ लिया गया। इसके बाद शंकरगढ़ पुलिस टीम उसे वहां से गिरफ्तार कर बलरामपुर लाई और यहां न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है।