अशोकनगर की ईसागढ़ तहसील में स्थित आनंदपुर धाम में शुक्रवार को पीएम मोदी का लाइव संबोधन।
PM Modi Speech: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को मध्यप्रदेश के दौरे पर थे। वे अशोकनगर जिले के ईसागढ़ तहसील के आनंदपुर धाम आए। मोदी आनंदपुर धाम में गुरुजी महाराज मंदिर में दर्शन और पूजा कर 315 हेक्टेयर क्षेत्र में फैले आनंदपुर धाम का भ्रमण किया और अद्वैत मठ के देश-विदेश में मौजूद अनुयायियों को संबोधित किया।
5.00 pm जयश्री सच्चिदानंद के जयकारे के साथ पीएम मोदी ने भाषण खत्म किया। 4.58 pm
एमपी अजब है और गजब है
मोदी ने आगे कहा कि अशोकनगर और आनंदपुर धाम जैसे क्षेत्र जिन्होंने देश को इतना कुछ दिया है। यहां विकास की असीम संभावना है। हम एमपी और अशोक नगर को तेजी से बढ़ा रहे हैं। चंदेरी साड़ी को आगे बढ़ाने के लिए जीआई टैग दिया गया है। कुछ ही दिन पहले रामनवमी का महापर्व था, हम देश में राम वन गमन पथ का विकास कर रहे हैं। इसका एक अहम हिस्सा मध्यप्रदेश से गुजर रहा है। और हमारा एमपी तो पहले से ही अजब और गजब है।
4.50 pm
मानवता की सेवा में आगे आनंदपुर धाम
मोदी ने आगे कहा कि आज दुनिया में भौतिक उन्नति के बीच मानवता, संघर्ष से भरी कई चिंता भी मौजूद है। वो मानसिकता जो मानव को मानव से दूर करती है। आज विश्व भी समाधान खोज रहा है कि इनका समाधन कहा मिलेगा, इनका समाधान अद्वैत के विचारों में मिलेगा। अद्वैत यानी एक ही ईश्वर को देखने का विचार। इससे आगे सृष्टि को संपूर्ण देखने की सोच ही अद्वैत है। इसी अद्वैत सिद्धांत को परम दयाल महाराज सरल शब्दों में कहते थे सो तू है तो मैं हूं। यह विचार मेरे और तुम्हारे का भेद खत्म कर देता है। और विचार सब मान ले तो सारे झगड़े ही खत्म हो जाएं। अभी कुछ देर पहले ही छठे पादशाही महाराज से चर्चा हो रही थी। वे मुझे आनंद धाम के बारे में बता रहे थे। यहां के पांच काम बता रहे थे। सेवा की इसी संस्कृति को आनंदपुर ट्रस्ट आगे बढ़ा रहा है। यहां इलाज होता है, मुफ्त शिविर लगाए जाते हैं। आधुनिक गौशाला भी चलाई जाती है। स्कूल भी चलाए जा रहे हैं। इतना ही नहीं आनंदपुर धाम पर्यावरण के क्षेत्र में मानवता की सेवा कर रहा है। यहां के अनुयायियों ने हजारों एकड़ बंजर जमीन को हरा-भरा बनाया है। यह पेड़ परमार्थ के काम आ रहे हैं। सेवा की यही भावना आज हमारी सरकार के हर प्रयास के केंद्र में है। हर जरूरतमंद प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में खाने की चिंता से मुक्त है। आज हर गरीब पीएम आवास योजना में लाभांवित हो रहा है। मुफ्त इलाज हो रहा है। गरीब बच्चों के सपने साकार हो रहे हैं।
4.40 pm
आनंदपुर में मन आनंद से भर गया
मोदी ने कहा कि आज आनंदपुर धाम में आकर मन अविभूत है। मैंने मंदिर में दर्शन किए। मन आनंद से भर गया। जहां का कण कण संतों ने सींचा है, जो लोगों का मार्ग प्रशस्त करते हैं, वो धरती साधारण नहीं है। इसलिए हमारे संतों ने अशोक नगर के बारे में कहा था कि यहां शोक आने से डरता है। मुझे खुशी है कि यहां बैसाखी और गुरु महाराज के अवतरण दिवस पर शामिल होने का सौभाग्य मिला है। मैं इस पवित्र अवसर पर प्रथम पादशाही अद्वैत आनंदजी महाराज सहित सभी संतों को प्रणाम करता हूं। मुझे जानकारी मिली है कि आज ही के दिन 1936 में द्वितीय पादशाही को महासमाधि दी गई थी। आज के ही दिन 1964 में तृतीय पादशाही निज स्वरूप में लीन हुए थे। मैं दोनों को श्रद्धासुमन अर्पित करता हूं। मैं मा जागेश्वरी देवी, मां बिजासन, मां जानकी करीला माता धाम को भी प्रणाम करता हूं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन शुरू। मोदी ने जय सच्चिदानंद का जयकारा लगाया। राज्यपाल मंगूभाई पटेल, ज्योतिरादित्य सिंधिया, मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव, वीडी शर्मा का नाम लेकर संबोधित किया। 4.32 pm
मठ की ओर से पीएम मोदी का स्वागत किया
अद्वैत मठ की तरफ से पीएम मोदी का स्वागत किया गया। मठ की ओर से बताया गया कि जिस प्रकार हमारे पीएम के नेतृत्व में महाकुंभ का विश्वस्तरीय आयोजन हुआ। आस्था का समागम था। करोड़ों भक्तों ने आत्मिक आनंद की प्राप्ति की। ऐसा लग रहा था जैसे भगवान ने सभी को एक माला में पिरो दिया हो। जब राम मंदिर में भगवान रामलला की मूर्ति की स्थापना हो रही थी तब भी सबकुछ राममय हो गया था।
आनंदपुर धाम में मठ के गुरु प्रवचन देते हुए। पीएम मोदी साथ में मौजूद। 4.20 pm प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मठ के गुरु और उनके शिष्यों के साथ पूजा-अर्चना की। साथ ही आनंदपुर धाम के परिसर का भ्रमण किया। पीएम मोदी थोड़ी देर में संबोधन देने वाले हैं।
आनंदपुर आश्रम के पहले प्रवेश द्वार के गेट बंद कर दिए गए। जिले के सिर्फ 52 लोगों को ही दिया गया कार्यक्रम में प्रवेश।
आसपास के ग्रामीणों व जिलेवासियों को प्रधानमंत्री के जिले में आगमन से थी उम्मीद कि पहली बार प्रधानमंत्री को सामने देखेंगे, लेकिन अनुमति नहीं तो निराश होकर लौटने मजबूर लोग।
दिल्ली सहित विभिन्न प्रदेशों से आए हुए हैं आश्रम के करीब 25 हजार से अधिक अनुयायी, जिन्हें पहले से ही ऑनलाइन अनुमति देकर आश्रम ने जारी किए थे प्रवेश पास। पिछले कई दिन से इन अनुयायियों के आने का जारी था दौर, उन्हीं को मिला प्रवेश।
3.22 pm
पीएम मोदी अशोक नगर पहुंच गए हैं। थोड़ी देर में पीएम मोदी संबोधित करेंगे। 3.30 pm पीएम मोदी के साथ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद हैं।
3.20 pm पीएम मोदी आनंदपुर धाम के बड़े हॉल में आयोजित प्रवचन में भी शामिल होंगे। और देश दुनिया में फैले अद्वैत मठ के अनुयायियों को संबोधित करने वाले हैं। ईसागढ़ तहसील के आनंदपुर धाम में चारों तरफ सुरक्षा घेरा बना हुआ है। देश के प्रधानमंत्री थोड़ी देर में संबोधित करने वाले हैं।
अद्वैत मठ का प्रमुख केंद्र है आनंदपुर आश्रम
ईसागढ़ के सेठ स्व.भजनलाल ने दिया था इस मठ के प्रथम पादशाही को आमंत्रण। वर्ष 1939 में हुई आनंदपुर आश्रम की स्थापना।
तब से अब तक आनंदपुर में रह चुके हैं पांच पादशाही और छठवें पादशाही हैं यहां के मुख्य गुरू।
टपरी से शुरू हुआ आश्रम अब 315 हेक्टेयर में फैला, व्यवस्थाएं ऐसी कि किसी राजशाही से कम नहीं।
पत्थर की ऊंची बाउंड्रीवाल से घिरा हुआ है आनंदपुर आश्रम, जिसमें सैंकड़ों सीसीटीवी कैमरे और मंदिरों के चारों तरफ खुद का निजी साफ-सुथरा सरोवर, जिसमें हमेशा भरा रहता पानी।
पांच बड़े मंदिरों के साथ सर्वसुविधायुक्त कई रिहायशी भवन इस आश्रम के अंदर मौजूद हैं।
गुरू के प्रति श्रद्धा ऐसी कि यहां आश्रम में रहने वाले करीब 800 से अधिक महिला-पुरुषों ने वोटर लिस्ट में पिता व पति के नाम की जगह लिखवाया है गुरू का नाम।
यहां महात्मा भी ऐसे जो भजन व ध्यान के साथ हजारों बीघा जमीन में करते हैं खेती।
आनंदपुर में पांच बड़े-बड़े मंदिर और हजारों लोगों के एक साथ बैठने की व्यवस्था का विशाल आलीशान सत्संग हॉल।
राज्यपाल मंगूभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और मुख्य सचिव व डीजीपी भी पहुंचे।
धार्मिक यात्रा पर पीएम मोदी
पीएम का यह दौरा पूरी तरह से धार्मिक है। यहां सत्संग सभा को पहले गुरु फिर पीएम मोदी संबोधित करेंगे। ऐसे में आनंदपुर को लेकर जन चर्चा है कि ऐसा क्या है वहां कि पीएम मोदी पहुंच रहे हैं। दरअसल, अद्वैत मठ को मानने वाले समूचे विश्व में एक हजार जबकि भारत में करीब 36 ट्रस्ट हैं। इनका मुख्यालय अशोकनगर के ईसागढ़ तहसील में आनंदपुर ट्रस्ट है। देश-विदेश में स्थित सभी अद्वैत मठ के ट्रस्टों का संचालन यहीं से होता है। सभी ट्रस्टों में गुरु का निर्णय अंतिम होता है और पादशाही में विराजे गुरु का लोग सिर्फ खास मौकों पर ही दर्शन कर सकते हैं। आनंदपुर में बैसाखी के मौके पर विशाल कार्यक्रम होता है, जिसमें देश-विदेश से लोग पहुंचते हैं और बड़े धार्मिक अनुष्ठान भी होते हैं।
आनंदपुर ट्रस्ट में पादशाही चुनने की प्रकिया अलग है। गद्दी पर विराजमान गुरु शरीर छोड़ने के पहले अपना उत्तराधिकारी नियुक्त करते हैं। वर्तमान समय में आनंदपुर ट्रस्ट में छठवें पादशाही के रूप में आनंदपुर में ही जन्मे स्वामी विचार पूर्णानंद हैं। आनन्दपुर धाम की स्थापना 1939 में प्रथम पादशाही अद्वैत आनन्द (परमहंस दयाल) ने की थी। यहां अधिकांश लोग पहचान पत्र में पिता-पति की जगह गुरु का नाम श्रद्धापूर्वक लिखते हैं।
गुरुजी का दर्शन कर, आश्रम घूमेंगे पीएम
प्रधानमंत्री मोदी दोपहर 1 बजे ईसागढ़ पहुंचेंगे। यहां गुरुजी के दर्शन के बाद आश्रम का भ्रमण करेंगे, गोशाला जाएंगे। यह धाम अनोखी परंपरा के साथ ही समाजसेवा के लिए जाना जाता है। मप्र में ट्रस्ट के शिवपुरी, ग्वालियर और इंदौर में सत्संग केंद्र हैं। वहीं पुणे, जम्मू, मुंबई, बेंगलूरु, गोंड यूपी, सतारा, दिल्ली, धौलपुर के अलावा विदेशों में भी केंद्र हैं।
यह है दौरा कार्यक्रम
पीएम मोदी शुक्रवार दोपहर 3:05 बजे ग्वालियर से होकर आनंदपुर आश्रम पहुंचेंगे। जहां पर आनंद सरोवर में पुष्प अर्पित करेंगे। इसके बाद मोती हॉल में गुरु महाराज से मुलाकात करेंगे और दोपहर 3:45 बजे आश्रम के लंगर में शामिल होकर भोजन करेंगे। शाम चार बजे प्रधानमंत्री विशाल सत्संग भवन में पहुंचेंगे और यहां बने मंच पर बैठेंगे। जहां पर गुरु महाराज के प्रवचन होंगे।
दो बार ग्वालियर की विजिट
इससे पहले दोपहर में 2.15 बजे पीएम मोदी ग्वालियर पहुंच गए थे। पांच मिनट रुकने के बाद हेलीकाप्टर से अशोकनगर के लिए रवाना हो गए। अशोक नगर के ईसागढ़ तहसील में स्थित आनंदपुर धाम में पीएम मोदी का बड़ा कार्यक्रम है। मोदी शाम को एक बार फिर हेलीकाप्टर से ग्वालियर पहुंचेंगे, जहां से 6.20 को दिल्ली के लिए उड़ान भरेंगे।