अंबिकापुर. चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2025) के अंतिम दिन रविवार को मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान राम का जन्मोत्सव शहर के प्राचीन राम मंदिर में धूमधाम से मनाया गया। परपंरा के अनुसार दोपहर 12 बजे सरगुजा राजपरिवार के मुखिया व पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने मंदिर का पट खोला। इस दौरान शंखनाद समेत ढोल नगाड़े बजते रहे। भगवान राम, माता सीता व लक्ष्मण का एक झलक पाने श्रद्धालु लालायित रहे। पट खोलने के बाद सिंहदेव ने यहां पूजा अर्चना की। इस दौरान मंदिर परिसर जय श्रीराम के जयकारे से गूंजता रहा।
रामनवमी (Chaitra Navratri 2025) पर वर्षों से परपंरागत ढंग से भगवान राम के जन्मोत्सव का आयोजन राम मंदिर में होता रहा है। रविवार की सुबह से ही महोत्सव की तैयारियां शुरू हो गईं थी। भजन-कीर्तन के बीच भगवान राम सहित जानकी का विशेष श्रृंगार किया गया।
पूजा से पहले परंपरा के अनुसार मंदिर के पट बंद कर दिए गए थे। दोपहर 12 बजे जैसे ही मंदिर के पट खोले गए। इस दौरान मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भीड़ दर्शन के लिए उमड़ पड़ी। राम मंदिर (Chaitra Navratri 2025) के मुख्य पुजारी द्वारा महाआरती की गई। मंदिर परिसर में उपस्थित भक्तों ने एक-दूसरे को बधाई देकर रामजन्मोत्सव की शुभकामनाएं दी।
Ram mandir राम मंदिर में भंडारे का भी आयोजन किया गया था। जन्मोत्सव कार्यक्रम के बाद श्रद्धालुओं ने भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया। यहां भक्तों द्वारा टॉफी बांटी गई। महिला मंडली द्वारा राम जन्मोत्सव गीत का भी आयोजन किया गया था।
Chaitra Navratri 2025: अखंड रामायण का आयोजन
राम मंदिर में परपंरागत ढंग से दोपहर 12 बजे भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव (Chaitra Navratri 2025) मनाया गया। इससे पूर्व मंदिर में पूजा अर्चना सुबह से ही शुरू हो गई थी। जन्मोत्सव कार्यक्रम से पूर्व भक्तों द्वारा मंदिर परिसर में अखंड रामायण का भी आयोजन किया गया था।
चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2025) के अंतिम दिन नवमीं के अवसर पर रविवार को नगर के दुर्गा मंदिरों, देवी धामों में जगत जननी की पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालु उमड़ पड़े। सरगुजा की आराध्य मां महामाया मंदिर अंबिकापुर में पूरे दिन पूजा का दौर चलता रहा। सुबह 4 बजे से ही श्रद्धालुओं की कतार मंदिर में लगी रही।
मां के दर्शन के लिए लोग कतार में खड़े होकर घंटों अपनी बारी का इंतजार करते रहे। नौ दिन तक व्रत रखने वाले भक्त नवमी के हवन-पूजन कर पूर्णाहुति हुई। इस दौरान महामाया मंदिर, समलाया मंदिर, मां दुर्गा शक्तिपीठ गांधी चौक, संत हरकेवल मंदिर, काली मंदिर, रघुनाथपुर मंदिर, शीतला मंदिर सहित शहर के सभी देवी मंदिरों में माता की आराधना करने श्रद्धालु पहुंचे।
Mahamaya mandir Ambikapur
नौ दिनों के व्रत का समापन
इधर देवी मंदिरों में नवरात्रि (Chaitra Navratri 2025) के समापन पर हवन-पूजन का कार्यक्रम दिन भर चलता रहा। इसी के साथ चैत्र नवरात्रि का समापन हुआ। इस मौके पर मंदिरों एवं घरों में कन्या भोज का आयोजन किया गया था।
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