मरम्मत के लिए 1.28 करोड़ रुपए का प्रस्ताव
सिलीसेढ़ से ऊपर व निचली नहर के जरिए लाल डिग्गी व कंपनी बाग में पानी आता था, लेकिन कुछ जगहों पर अस्थाई अतिक्रमण होने व नहर के कुछ जगह से लीक होने के कारण पानी नहीं आ पा रहा है। राजस्थान पत्रिका ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया तो विभाग ने इसकी मरम्मत के लिए 1.28 करोड़ रुपए का प्रस्ताव सरकार को भेजा, जो अभी मंजूर नहीं हुआ है। बताते हैं कि कुछ जगहों पर अस्थाई अतिक्रमण है। ऐसे में वन मंत्री उसके लिए सर्वे विभाग के अधिकारियों के साथ करेंगे और उसके बाद नहरों की मरम्मत के लिए प्रोजेक्ट मंजूर करवाएंगे।यह भी पढ़ें:
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जल संसाधन विभाग 6 माह में नहीं कर पाया सर्वे: जल संसाधन विभाग 6 माह में सर्वे नहीं कर पाया, जबकि प्रशासनिक अधिकारियों ने भी यह कार्य करवाने के लिए हामी भरी थी। यदि विभाग जाग जाता तो अब तक नहर की मरम्मत हो जाती, लेकिन जल संसाधन खंड के अधिकारी स्टॉफ की कमी की बात कहकर पीछे हट जाते हैं। बता दें कि जलदाय विभाग के पूर्व एक्सईएन विशम्भर मोदी ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव से लेकर मंत्री संजय शर्मा व जिला कलक्टर को भी पत्र लिखा है।
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